ट्रैक 1 : सितम है बरसात में भी कोई मकां हमारा जला रहा है... |
ट्रैक 2 : अल्लाह रे निगाह की शोखी एताब में, रखने किए हैं... |
ट्रैक 3 : बिछुड़े री घाली पीहर चाली सा आली जा... |
ट्रैक 4 : यारो डूब गई लुटिया मिली जोरू बद्रकार... |
ट्रैक 5 : काले बादरवा सर पे छाए, जीवन पथ भुलाए रे... |
ट्रैक 6 : जो मुहब्बत में कोई खानुमा बरबाद रहा, तो फ़कत तेरा ही... |
ट्रैक 7 : मंदरवा में दीवला कैसे जले, मैं तो गई थी पनिया भरने को... |
ट्रैक 8 : सैयां काचे हैं निंबुआ, पकने दे दिन चार, बाला जोबनवा... |
ट्रैक 9 : सोया है मुसाफिर ग़ाफ़िल क्यों, यह सराय है तेरा मकान नहीं... |
ट्रैक 10 : कोठे पे जा छिपा क्यों, आज मेरे कबूतर... |
ट्रैक 11 : गरीबी में न भाई और न बान्धव पास आता है... |
ट्रैक 12 : कैसो है तू दयाल हे गोपाल नन्दलाल, तेरे बालक बेहाल... |
ट्रैक 13 : जाते है हम तो साक़िया महफ़िल से बेपिए... |
ट्रैक 14 : मारूँगी नैना बान बचे रहना, मदभरे नैना डोरे पड़े हैं... |
ट्रैक 15 : खिला है कैसा प्यारा सुख का वसन्त, मधुबन में क्या फुल खिले... |