ट्रैक 1 : नज़र आ रही हैं हक़ीकतें तेरी शाने-रंगे मजाज़ में... |
ट्रैक 2 : गुलों में तज़ल्ली तेरी मिल रही है, मुहब्बत से हर एक कली खिल रही है... |
ट्रैक 3 : बशर जो इस तीरा खाकदा में पड़ा है उसकी फिरोतनी है... |
ट्रैक 4 : चाँदनी रात भी है और गुलो गुलज़ार भी है, जामो मीना भी है... |
ट्रैक 5 : नुकताचीं है ग़मे दिल इसको सुनाए न बने, क्या बने बात जहाँ... ( ग़ज़लगोः गा़लिब ) |
ट्रैक 6 : पिहरवा जाऊँ मैं तोपे बलहार, करूँ मैं तन मन तोपे निसार... |
ट्रैक 7 : तु वह महखूबी है ऐ जलवए जानाना, हर गुल है तेरा... |
ट्रैक 8 : जामए रंगीन है और है लीबा से तरहदार, सर पे ज़ीनत दे रहा है... |
ट्रैक 9 : ऐ बेनयाज़ तेरे करम पर निसार दिल, रहमत ने तेरी थाम लिया... |
ट्रैक 10 : जलवए इश्क़े मजाज़ी का जो शैदाई है, चश्मे-दिल उसकी हक़ीक़त... |
ट्रैक 11 : है ज़र्रे-ज़र्रे में उसका जलवा अगरए आँखों से वो नेहां है... |
ट्रैक 12 : कैसा पुर हसरत मरीज़े-इश्क़ का अंजाम है, इन्तज़ार आँखों में है... |