ट्रैक 1 : ढला सूरज शाम हुई, हर सिम्त अंधेरा जब छाया |
ट्रैक 2 : इशरत क्या है कुछ भी नहीं, सिर्फ एक नज़र का धोखा है |
ट्रैक 3 : बढ़ते चलो हाँ जवानी मंज़िल है अब थोड़ी दूर |
ट्रैक 4 : आई बाग़े-जवानी में किसकी आवाज़, मेरी रग-रग के तारों से बजता है साज़ |
ट्रैक 5 : काया की नहीं माया, भेद कुछ न पाया, समय को गंवाया |
ट्रैक 6 : गुल पे निखार है, ताजा बहार है, पूरा चमन है तेरे लिए |
ट्रैक 7 : आया घिर कर आया, कैसा बादल छाया, तेरी इनायत और रहमत से इशरत का दिन आया |
ट्रैक 8 : कैसी आई जवानी दुहाई है, नाज़ो-अंदाज़ो दिखाओ |
ट्रैक 9 : कैसी शरम है सर क्यूँ झुकाया, आज घर में नया मेहमान आया |
ट्रैक 10 : वो मुझसे दूर भी है, लापता भी है, मुझसे क़रीबतर भी है, दिल में बसा भी है |
ट्रैक 11 : शिकवा नहीं है मुझको, यारब न कुछ गिला है |
ट्रैक 12 : पा गए तुम्हें पा गए, हम अब उसकोपा गए, जान ही जिस तन में न हो |