ट्रैक 1 : दारू पीने वाले बाबुल दारु ना पी, तेरी बेटी की भरपूर जवानी बोले... |
ट्रैक 2 : सावन का महीना, कैसे जीना, घिर-घिर घनघोर घटा छा गई... |
ट्रैक 3 : बचपन बीता दिन आये जवानी के... |
ट्रैक 4 : उन अंखियों में देखा मैंने क्या, दिल मेरा जाने या मैं जानू... |
ट्रैक 5 : अब तेरे बिना मेरा नहीं ठिकाना, ओ परदेसिया... |
ट्रैक 6 : तुम हो न हो हमारे, लो जी हम हो गए तुम्हारे... |
ट्रैक 7 : चोरी-चोरी मोरी अटरिया पे आ जा रे... |
ट्रैक 8 : मेरी कहानी सुन जा, ओ जाने वाले, ओ जाने वाले... |
ट्रैक 9 : अब घर आ जा आ रे, परदेसी बलम... |
ट्रैक 10 : एक नजर वह याद है उनकी, जिसने दिल पर वार किया... |