ट्रैक 1 : देव शंकर वरद दरद हर हे हरो, मेघपवन प्रखर धार |
ट्रैक 2 : अभिमान जिसे न स्वमाता का, वह पूत कपूत हुआ न हुआ |
ट्रैक 3 : जो मनुष गुनमान है, संसार में आने के बाद |
ट्रैक 4 : सुमन चुन सकुमार मैं गूथूं नवहार, मन से सिंगार |
ट्रैक 5 : तन यौवन धन धर्म सुख, सदा रहे भरपूर |
ट्रैक 6 : छत्रपति राजाजी हमारे, तुमपे हम हैं निसार सारे |
ट्रैक 7 : मेरी उल्फ़त के गुलशन में अजब ही नार तुम निकली |
ट्रैक 8 : राजा के चमन से लाई मालती की माला, मालती की माला |
ट्रैक 9 : जान तुझे दूँगा सौ जान सही बात है, जा रे जा बेवफा |
ट्रैक 10 : मधुर चतुर कहलाए जो नारी, रूप स्वरूप के लाख पुजारी |
ट्रैक 11 : कहते हैं पुरूष अक्सर नादान सुंदरी है, मैं कहती हूँ वह देह हैं |
ट्रैक 12 : दिलदार दिल लगा है, कुछ दिल्लगी नहीं है, बातों में बुझ सके तो |
ट्रैक 13 : बड़े बड़े आ गए राजा रंक फकीर, पल में गायब हो गये, जत पर लिखी लकीर |
ट्रैक 14 : भावी का लिखा मनुस कोई मिटा सकता नहीं मिट चुका जो लेख |
ट्रैक 15 : आओ खुशी का राग गाओ, सखी री दिल लगाओ |