ट्रैक 1 : हाँ हाँ पनिया मैं भरन गई, बीच डगर मोहे घेरी |
ट्रैक 2 : मोरा जोबन साँवरिया ने लूट लियो री, मोपे कैसो बेदर्दी ने |
ट्रैक 3 : मन में लजाए, निर्दोष निराधार पतित कहाए मन में |
ट्रैक 4 : सुबह तक दिन को दिलासे शबे-ग़म देते हैं |
ट्रैक 5 : तेरी सूरत का दीवाना हूँ दिलरुबा, तेरी उठती जवानी पर दिल है फिदा |
ट्रैक 6 : वारी मानो मानो मोरी बात, तुमरे हित के बचन कहत हूँ |
ट्रैक 7 : दिलो-जिग़र दोनों जल गये हैं, जरा निगाहें जहाँ मिली हैं |
ट्रैक 8 : आँख अब तो खुलनी भी दुश्वार हो गई है, चलिए चमन में नरगिस बीमार हो गई है |
ट्रैक 9 : परिणाम पाया, संसार में ही करनी का अपनी परिणाम पाया |